भारत के सबसे बडे़ हिन्दी भाषी प्रदेश रहे उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ मे १९ अगस्त २००७, रविवार (अपरान्ह) से सोमवार २० जुलाई २००७ के मध्य को चिट्ठाकार मिलन की सम्भावना है। इस शहर मे जगह जगह पर बोर्ड लगे हुए हैं जिनमे लिखा है "मुस्कुराइये कि आप लखनऊ मे हैं"। लखनऊ मे भारत के वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसन्धान परिषद की चार प्रमुख प्रयोगशालायें (केन्द्रीय औषधि अनुसन्धान सन्सथान, औद्योगिक विष विज्ञान अनुसन्धान केन्द्र, राष्ट्रीय वनस्पति विज्ञान अनुसंधान संस्थान और केन्द्रीय औषधीय एवं सगन्ध पौधा सन्सथान) हैं
लखनऊ से हमारे मुख्य चिट्ठाकर डॉ प्रभात टन्डन की अतिव्यस्तता के कारण, इस अनौपचारिक मिलन का स्थान एवं समय अनिश्चित है।
रविवार होने के कारण लखनऊ के चिट्ठा लेखकों पाठकों से निवेदन है कि अपनी उपलब्धता एवं सुझाव तथा विचारों से मुझे मेरे मोबाइल नम्बर पर SMS या Call द्वारा अवगत करायें।
इतनी कम समय-सीमा के साथ सूचना देने के लिये खेद के साथ आपका
-- राम चन्द्र मिश्र
(983-997-3519)
3 comments:
शुभकामनायें. समय तो वाकई बहुत कम है.
अरे कौनो चिट्ठाकार मिलन हो भी रिया है कि सिर्फ़ संभावनाएँ ही व्यक्त हो रही हैं??
दिल्ली भी पधारिए महाराज, यहाँ भी दर्शनाभिलाषी हैं। :)
शुभकामनायें !!
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