Saturday 25 August 2007

दिल्ली मे एक और चिट्ठाकार मिलन

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली मे एक चिट्ठाकार मिलन २७ अगस्त, सोमवार को आयोजित किया जा रहा है। सोमवार होने के कारण चिट्ठाकरों के लिये समय निकालना मुश्किल हो सकता है, फ़िर भी इस मिलन की सफ़लता के लिये सभी चिट्ठाकरो/पाठकों के सहयोग की अपेक्षा करता हूँ।

दिन/तारीख: २७ अगस्त २००७/ सोमवार (27th August 2007/ Monday)

समय: दोपहर १ बजे (भारतीय मानक समय) के आस-पास (Around 13:00 h, IST)

स्थान: कैफ़े कॉफ़ी डे (CCD), जनपथ (Cafe Coffee Day, JanPath)

इस मिलन से सम्बन्धित अधिक (अन्य) जानकारी उपलब्ध कराने के लिये मै अमित गुप्ता का आभारी रहूँगा, इसलिये किसी प्रकार का भ्रम होने पर सटीक जानकारी के लिये कृपया उनसे सम्पर्क करें।

-- राम चन्द्र मिश्र

(०-९८३९९-७३५१९)

 

इस चिट्ठे की मेरी प्रविष्टियों पर अपने विचार व्यक्त करने के लिये सभी टिप्पणीकारों का विशेष आभार।

12 comments:

आलोक said...

27 जुलाई को?

RC Mishra said...

आलोक जी बहुत धन्यवाद,
तारीख सुधार दी है।

संजय बेंगाणी said...

शुभकामनाएं.

Rajesh Roshan said...

जुलाई या अगस्त? पहली पंक्ति में ही गलती है

RC Mishra said...

सोमवार, २७ अगस्त!ये सही है।

डा.अरविन्द चतुर्वेदी Dr.Arvind Chaturvedi said...

पूरी कोशिश होगी कि पहुंचा जाये.
वहां से फिर कहीं और जाने का कार्यक्रम तो नही है ?
( कि पता चला नगरी नगरी द्वारे द्वारे.. जब ढूंडा तो सारे ब्लौगर मिले गढी में..)
भारतीयम्

ePandit said...

आयोजक कौन है, आप या अमित ?? ;)

ghughutibasuti said...

शुभकामनाएं.
घुघूती बासूती

Anonymous said...

आयोजक कौन है, आप या अमित ?? ;)

मैं सिर्फ़ दर्शनाभिलाषी हूँ, आयोजक मिश्रा जी ही हैं इसलिए उन्होंने ही घोषणा की है। मुझसे सिर्फ़ सलाह ली गई थी जो मैंने दी, मानना या न मानना मिश्रा जी पर था, इसलिए यदि कोई गड़बड़ होती है तो मिश्रा जी को गलियाया जाए।

Anonymous said...

आप सभी को बधाई .............


आप मेरा ब्लोग की पोस्त नारद पर नही आ पा रही है अप सहायता करें...........

Anonymous said...

मुकेश साहब, नारद संबन्धी बात वहीं करें या उनको ईमेल से संपर्क करें। यहाँ इस बारे में टिप्पणी करने का कोई औचित्य नहीं है। :)

Nishikant Tiwari said...

flcrलहर नई है अब सागर में
रोमांच नया हर एक पहर में
पहुँचाएंगे घर घर में
दुनिया के हर गली शहर में
देना है हिन्दी को नई पहचान
जो भी पढ़े यही कहे
भारत देश महान भारत देश महान ।
NishikantWorld