Wednesday, 6 June 2007

जुलाई ब्लॉगर भेंटवार्ता

मुझे यह सूचित करते हुए बहुत हर्ष हो रहा है कि जुलाई में होने वाली एक ब्लॉगर भेंटवार्ता की सूचना मैं अभी से दे रहा हूँ ताकि बंधुजनों को अपने व्यस्त जीवन में से कुछ पल निकालने में आसानी हो।

शनिवार, 14 जुलाई 2007, को दिल्ली में एक ब्लॉगर भेंटवार्ता रखी जा रही है। इसमे दो खास अतिथि ब्लॉगर होंगे; कुवैत से जीतू भाई और अहमदाबाद से इस भेंटवार्ता के लिए खास तशरीफ़ ला रहे संजय भाई। कोलकाता से प्रियंकर महोदय के भी पधारने की आशा है।

कार्यक्रम कुछ इस प्रकार है:

1) सुबह साढ़े दस बजे क्नॉट प्लेस में केवेन्टर्स(Keventor's) के सामने जनपथ पर सरवण भवन और मैक्डोनल्ड के पास और इंडियन ऑयल के पेट्रोल पंप के बाजू में स्थित कैफ़े कॉफ़ी डे में सभी एकत्र हों। ग्यारह बजे तक सब वहीं होंगे।

2) तकरीबन सवा ग्यारह बजे लंच के लिए वहाँ से मद्रास होटल के पास बगल में ही स्थित सरवण भवन में जाया जाएगा। भोजन का स्थान सरवण भवन से बदल कुछ और भी हो सकता है यदि आने वाले बंधुओं का दक्षिण भारतीय खाने का मन नहीं हुआ या फिर यदि सरवण भवन में जगह नहीं मिली तो।

3) लंच के बाद(तकरीबन एक बजे) वापस कैफ़े कॉफ़ी डे में, जहाँ आराम से बैठ चाय/कॉफ़ी की चुस्कियों के साथ भेंटवार्ता आगे बढ़ाई जाएगी।

भेंटवार्ता सांय काल तक चलेगी। सांय काल संजय भाई अहमदाबाद के लिए वापस रवाना होंगे और जो लोग पालमपुर वाली यात्रा पर साथ चल रहे हैं वे अपने अड्डों पर लौट रात्रि में निकलने के लिए तैयार होंगे।

भेंटवार्ता और यात्रा संबन्धी जानकारी के अपडेट हेतु परिचर्चा में यह सूत्र है।

13 comments:

सुनीता शानू said...

बहुत-बहुत शुक्रिया हम इस भेट-वार्ता में जरूर सम्मीलित होंगे...

सुनीता(शानू)

Anonymous said...

आने वाले बंधुओ का तो आपने बता दिया,पर बाकी बंधुओ के खाने का क्या होगा प्रकाश डाले
क्या अपना अपना बांध कर लाये ?
जहा मर्जी वहा खाकर आ जाये ?

राजीव रंजन प्रसाद said...

एसे सम्मेलन होते रहने चाहिये, मेरी उपस्थिति भी मान कर चलें।

*** राजीव रंजन प्रसाद

देवेश वशिष्ठ ' खबरी ' said...

जो आग्या श्रीमान। वैसे पिछली ब्लोगर मीट के बाद अब पंगेबाज का डर कुछ निकल गया है। मेरा भी आना तय रहा ।
'खबरी'
९८११८५२३३६

Anonymous said...

आने वाले बंधुओ का तो आपने बता दिया,पर बाकी बंधुओ के खाने का क्या होगा प्रकाश डाले
क्या अपना अपना बांध कर लाये ?
जहा मर्जी वहा खाकर आ जाये ?


अनाम जी, लंच केवल बाहर से आने वाले बंधुओं का नही है। जो भी चलना चाहे वो लंच पर साथ चल सकता है, और जो लंच कहीं और करना चाहें या नहीं करना चाहें वो बाद में कैफ़े कॉफ़ी डे पर पहुँच वार्ता में शरीक हो सकते हैं।

chilkaur said...

isme hum bhi shamil hona chahenge.

mamta said...

अगर हम उस समय तक दिल्ली मे रहे तो जरुर आएंगे।

मसिजीवी said...

हमें भी गिनें

ePandit said...

हम्म तो भेंटवार्ता का प्रोग्राम बन ही गया, हम आ रहे हैं। ये आपने बहुत अच्छा किया कि शनिवार का दिन रखा। इससे हमारा अगला दिन बच गया।

डा.अरविन्द चतुर्वेदी Dr.Arvind Chaturvedi said...

मैं भी इस प्रकार के आयोजन मेँ अपनी पहली उपस्तिथि दर्ज़ करना चाहता हू. अवश्य पहुचूंगा.
यदि मुख्य आयोजकों मेँ से किसीका मोबाइल नम्बर होता तो अच्छा था.अपना नम्बर है ;9811225502

अरविन्द चतुर्वेदी
भारतीयम

सचिन श्रीवास्तव said...

जै बड़ी नॊनी बात बता दइ॥ हम सॊइ आहें॥ सुबरे नींद तनक देर से खुलत है सॊ सीधे काॅफी डे में ही पॊचेंगे॥ ठीक है भैया जी

मसिजीवी said...

अमित आपको विश्‍वास है कि आपका पसंदीदा कॉफी डे छोटा व कम सुविधाजनक नहीं हो जाएगा- बदलाव तो पता नहीं कितना मुनासिब है,पहले क‍ी तरह गलतफहमी हो सकती है पर विचार करें और विकल्‍प तैयार रखें....

वैसे भी पता नहीं आपने विचार किया कि नहीं पर काफी डे पृष्‍ठभूमि तस्‍वीरों में कुछ खास जँचती नहीं...आप तो अच्‍छे फोटोंग्राफर हैं इस दृष्टि से भी भी विचार करें...भई दूरदेश से लोग आ रहे हैं दिल्‍ली की छवि और इज्‍जत का भी तो मामला है।

दिल्‍ली हाट, राष्‍ट्रीय शिल्‍प संग्रहालय, IHC, IIC टाईप कुछ सोचो बंधु

Rachna Singh said...

I am also confirming my participation. Its also a suggestion that instead of CP if you need a bigger space then why not schedule the meeting in a food court of any mall like pacific , edm or cross river. The food courts have very big space and sitting arrangemnt and for foddies there is plenty of food variety .
And this is jsut a suggestion